मेरी पहचान
दी थी यूं तो मेरी माँ ने;
सिखाया था
ना डरना कभी ख्वाब में।
ढूँढना खुशी हर
चोटी सी बात में;
ना ड़गमगाए कदम
किसी भी राह में।
आगे बढ़ना हर
जिंदगी के मोड़ पर;
मुश्किल ही मिलेगी
हर ज़िन्दगी के छोर पर।
भले ही ना हो किसी
का साथ जब काम है;
खुद पहचान बनाना ही
जिंदगी का नाम है।
©pearl_pari
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