दिल की बात

Màu nền
Font chữ
Font size
Chiều cao dòng

इन गुस्ताक नज़रों को माफ़ करना,
जो सिर्फ तुम्हे देखने की ज़िद करती है,
मेरी गुस्तक दिल को संभाल लो,
जो सिर्फ तुम्हारे नाम से धड़कती है।

कुछ सोचू तो तुम्हारा खयाल आ जाता है,
कुछ बोलू तो तुम्हारा नाम आ जाता है,
कब तक रोकू दिल की बात,
तुम्हारे हर अदा पे हमे प्यार आ जाता है।

शिकवा भी बहुत है,
शिकायत भी बहुत है,
इस दिल को मगर तुमसे,
मोहब्बत भी बहुत है।

— रीशीका सिन्हा
( SavySagittarius)

Bạn đang đọc truyện trên: Truyen2U.Pro